गुरुवार, 3 मार्च 2022

ज्ञान का संयोजन

 ज्ञान का संयोजन या व्यवस्थापन  क्या  होता है 

जैसा कि पिछले लेख में बताया  गया था कि ज्ञान एक चित्तवृत्ति है जोकि विभिन्न अनुभवों के बीच तार्किक समबन्ध जोड़ती है जिससे कि जिससे संयोजित और व्यवस्थित अनुभवों की स्मृति बनती है जिसे संस्कार कहते हैं। चित्त इसी तरह के संस्कारों से बनी हुई रचना  है जो और ज्यादा ज्ञान प्राप्त कर-कर  के  और ज्यादा संस्कारित होती जाती है ये प्रक्रिया लगातार चल रही है यही चित्त  का  विकासक्रम है। परन्तु ये संयोजन क्या है और कैसे होता है इसे जानना भी आवश्यक है। 

मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

ज्ञानमार्ग से सम्बंधित जानकारी

ज्ञानमार्ग के आधारभूत सिद्धांत

नमश्कार, मेरा मार्ग ज्ञानमार्ग है इसलिए मैं यहाँ पर ज्ञानमार्ग से सम्बंधित थोड़ी सी जानकारी देने का प्रयास कर रहा हूँ।इस लेख में सबसे पहला सवाल ये है की ज्ञानमार्ग होता क्या है ? ज्ञानमार्ग की परिभाषा है कि ऐसा मार्ग जिस पर चलकर अज्ञान का नाश होता है ज्ञानमार्ग कहलाता है। अज्ञान का नाश इस मार्ग पर अपरोक्ष अनुभव व तर्क के द्वारा होता है। इसलिए कह सकते हैं कि ज्ञानमार्ग वह मार्ग है जो जीवन के आधारभूत प्रशनो का सीधा उत्तर बोध के माध्यम से देता है। 

सोमवार, 21 फ़रवरी 2022

चैतन्य उपनिषद की शब्दावली

अक्सर अध्यात्म में भाषा और शब्दों की बहुत खिचड़ी बन जाती है जिससे साधक और गुरुओं के बीच सेतु नहीं बन पता और अर्थ का अनर्थ  हो जाता है।  फिर साधक की साधना का कोई फल नहीं आता और उसका समय नष्ट होता है। मेरे अनुसार ज्ञानमार्ग में प्रगति करने के लिए भाषागत शुद्धि बहुत आवश्यक है क्योंकि इस  मार्ग में बुद्धि का उपयोग बुद्ध होने के लिए करना होता है।  बुद्धि का ये गुण  होता है कि वो शुद्ध भाषा और सही शब्दों के उपयोग से बहुत जल्दी अज्ञान को समझने लगती है जिस कारण प्रगति  बहुत तेज गति से होने लगती है। इसलिए ज्ञानमार्ग पर भाषा ठीक करने पर बहुत ज़ोर दिया जाता है।

रविवार, 20 फ़रवरी 2022

अध्यात्म

अध्यात्म क्या है ?

किसी भी साधक की साधना की शुरुआत इस प्रश्न के साथ ही  होनी चाहिए कि अध्यात्म क्या है? साधक को अध्यात्म की परिभाषा पता होना आवशयक है। दुर्भाग्य की बात है कि अधिकांश साधकों को ये नहीं पता कि अध्यात्म कहते किसे हैं। अकसर देखा यह गया है कि साधक इधर-उधर भटकते रहते हैं कभी इस गुरु के पास कभी उस गुरु के पास तो कभी यूट्यूब तो कभी ढोंगी साधू-माहत्मा के पास समय बर्बाद करते हैं लेकिन ये जानने की कभी कोशिश ही नहीं करते कि अध्यात्म है क्या ? बहुत कम लोग इस प्रश्न के साथ चल सकने हिम्मत करते हैं और सौभग्य से यही वे लोग हैं जो अध्यात्म में बहुत दूर तक जाते हैं और सफल होते हैं।

ज्ञान का संयोजन

 ज्ञान का संयोजन या व्यवस्थापन  क्या  होता है  जैसा कि पिछले लेख में बताया  गया था कि ज्ञान एक चित्तवृत्ति है जोकि विभिन्न अनुभवों के बीच ता...